देश के कई हिस्से ऐसे हैं जहां बच्चों को शिक्षा तो चाहिए पर स्कूल नहीं हैं. कहीं—कहीं स्कूल हैं तो शिक्षक नहीं और कहीं पर तो बुनियादी सुविधाओं तक का आभाव है. पर हरियाणा वह राज्य हे जहां वैध स्कूल तो हैं ही, साथ में 1 हजार 83 अवैध स्कूल भी कई सालों से संचालित हो रहे हैं. हालांकि अब जाकर प्रशासन ने सुध ली है और इन स्कूलों पर गाज गिरने वाली है. हरियाणा शिक्षा विभाग द्वारा लिस्ट जारी कर कहा गया है कि यदि निर्धारित समय में इन स्कूलों ने मान्यता नहीं ली तो उन्हें बंद कर दिया जाएगा. यदि ऐसा होता है तो इन स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों छात्रों का भविष्य संकट में पड़ सकता है. वैसे यह कहानी केवल एक राज्य की नहीं है, यदि प्रशासन सख्ती करते तो बाकी राज्यों में भी ऐसे अवैध स्कूलों की पोल खुल सकती है. स्कूल प्रबंधक बिल्डिंग तैयार कर उसमें मनमाने तरीके से कक्षाएं लगाना शुरू कर देते हैं. मीडिया के जरिए जमकर प्रचार भी होता है लेकिन सवाल यह उठता है कि जब यह सब शुरू हो रहा होता है, तभी शिक्षा विभाग इन पर कार्रवाई क्यों नहीं करता? अब बीच सत्र में इस कार्रवाई का खामियाजा बच्चों और उनके अभिभावकों को भी उठाना पड़ सकता है. आपके क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था का हाल कैसा है? क्या वहां भी ऐसे अवैध स्कूल हैं, जो बिना मान्यता लिए बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं? क्या प्रशासन ने कभी उनकी पड़ताल की? हमारे साथ साझा करें अपने विचार.