किसानों से जुड़ी सरकार की सबसे बड़ी योजना के तहत 2000 रुपये की दूसरी किस्त 20 दिन बाद लाभार्थियों के खातों में आनी शुरू हो जाएगी. योजना के तहत 2,000 रुपये की पहली किस्त दो करोड़ से ज्यादा किसानों के बैंक खातों में आ चुकी है. लेकिन इसका लाभ लेने के लिए अब तक किसी भी किसान का आधार बायोमैट्रिक वेरीफिकेशन नहीं हुआ है. खबर है कि यह काम तीसरी किस्त के बाद होगा. अब पेंच यह है कि वेरीफिकेशन तीसरी किस्त मिलने के पहले होगा, यानि लोकसभा चुनाव के बाद. ऐसे में सवाल यह है कि सरकार ने दूसरी किस्त के समय ही आधार वेरीफिकेशन पर जोर क्यों नहीं दिया? इस मामले में कृषि मंत्रालय ने सफाई दी है कि सरकार दूसरी किस्त देने में देर नहीं करना चाहती थी इसलिए आधार वेरीफिकेशन पर ढील दी गई है. हालांकि किसानों का आधार नम्बर अब भी लिया जा रहा है, केवल बायोमैट्रिक वेरीफिकेशन नहीं किया गया है. सरकार चाहती है कि योजना का लाभ केवल पात्र किसानों को ही मिले, इसलिए यह व्यवस्था की गई है. वैसे एक और बात है जिस पर ज्यादा चर्चा नहीं हो रही है. वह यह कि बायोमैट्रिक वेरीफिकेशन के बाद जिन किसानों का नाम पात्रता सूची में दिखाई नहीं देगा, और उनके खाते में पैसे डाल दिए गए होंगे, उनसे सरकार पैसा वापिस ले लेगी. क्या आपको लगता है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना वाकई किसानों के लिए लाभकारी होगी. भले ही योजना में दी जाने वाली राशि कम है पर क्या इससे सरकार लोकसभा चुनाव जीतने का जरिया बना रही है? क्या किसान सरकार की इस योजना से प्रभावित होने वाले हैं? हमारे साथ साझा करें अपने विचार.