ब्राजील के किसानों ने अचानक ही सोयाबीन की बिक्री कम कर दी है. जिसका सीधा असर सोया तेल के बाजार पर हुआ है. हालांकि ब्राजील में सोयाबीन की अच्छी पैदावार हुई है, लेकिन किसानों ने यह फैसला लिया है कि वे अच्छे दाम पाने के लिए सोयाबीन को धीमी गति से बाजार में उतारगें. किसानों का यह कदम उनकी आर्थिक स्थिति को भले ही मजबूत बनाता हो लेकिन सोयाबीन तेल के दामों पर ​इसका असर साफ दिखाई दे रहा है. गौरतलब है कि माटो ग्रोसो के किसानों ने अभी तक 46.60 प्रतिशत फसल की बिक्री की है. यह बिक्री पांच वर्ष की औसत 49.90 की तुलना में कम है. ब्राजील में आमतौर पर किसान कारोबारियों के साथ वस्तु के बदले वस्तु लेकर खरीद-बिक्री करते हैं लेकिन इस साल ऐसे सौदे कम हुए हैं. इसकी एक वजह यह भी है कि रियाल में मजबूती आने से सोयाबीन की स्थानीय कीमत में कमी आई है. साथ ही यदि अमेरिका-चीन के बीच तनाव कम होता है, तो ब्राजील के बाजारों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा.