बिहार राज्य के नालंदा ज़िला के हिलसा प्रखंड से कुमारी आकांक्षा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से राखी से हुई। राखी कहती है कि गरीब महिलाओं का गरीबी चक्र तोड़ने के लिए महिलाओं का सहयोग करना चाहिए। ताकि वो जीवन में बदलाव कर सके।
बिहार राज्य के जिला नालंदा के चंडी ब्लॉक से रूपा कुमारी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से नीतू देवी से हुई। नीतू देवी यह बताना चाहती है कि महिला गरीबी चक्र को शिक्षित होकर तोड़ सकती है। वह पढ़ - लिख कर कुछ रोजगार कर सकती है जिससे वह गरीबी चक्र को तोड़ सकती है। महिला के नाम से जमीन होना चाहिए। उनके नाम से जमीन है।
दोस्तों, भारत में विविधता की कोई कमी नहीं है। यहाँ के विभिन्न राज्य, जिलों और गांवों में भिन्न-भिन्न सांस्कृतिक, भाषाई और भौगोलिक विशेषताएं हैं। ये भिन्नताएं जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करती हैं और विशेष रूप से महिलाओं की स्थिति को भी प्रभावित करती हैं।भारत के विभिन्न हिस्सों में शिक्षा की पहुंच और गुणवत्ता में भारी अंतर है। शहरी और विकसित क्षेत्रों में जहां स्कूलों और शिक्षा संस्थानों की संख्या अधिक है और सुविधाएं बेहतर हैं, वहीं ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में स्कूलों की कमी और सुविधाओं की अनुपलब्धता के कारण शिक्षा प्राप्ति में असमानताएं देखने को मिलती हैं। दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- भारत के अलग-अलग हिस्सों में कई तरह की असमानताएं है, जिसमे खेती किसानी भी एक है। यहाँ आपको किस तरह की असमानताएं नज़र आती है। *----- महिलाओं को कृषि और अन्य ग्रामीण उद्यमों में कैसे शामिल किया जा सकता है?
बिहार राज्य के जिला नालंदा के हिलसा ब्लॉक से कुमारी आकांक्षा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से ज्योति कुमारी से हुई। ज्योति कुमारी यह बताना चाहती है कि महिला को बिमारी के समय अच्छा भोजन करना चाहिए। जैसे हरे पत्तेदार सब्जी आदि।
बिहार राज्य के जिला नालंदा के चंडी ब्लॉक से स्वीटी रानी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से नेहा कुमारी से हुई। नेहा कुमारी यह बताना चाहती है कि महिला शिक्षित होकर गरीबी के चक्र को तोड़ सकती है। शिक्षित होकर ही वह अपना विकास कर सकती है। महिला को घरेलु कार्य के साथ - साथ अन्य काम भी करनी चाहिए जैसे कपड़ा सिलाई करना , ब्यूटी पार्लर का काम करना , किराना दूकान चलाना आदि। महिलाओं के जीवन में गरीबी को रोकने के लिए बिमारी को कम करना होगा ,पौष्टिक भोजन करना चाहिए जिससे वह स्वस्थ रहेगी और समाज भी मजबूत बनेगा।
बिहार राज्य के जिला नालन्दा के हिलसा ब्लॉक से कुमारी आकांक्षा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से बबला देवी से हुई। बबला देवी यह बताना चाहती है कि महिलाओं को शिक्षित होकर ही सामाजिक चक्र को तोड़ा जा सकता है। महिलाओं को घर के साथ-साथ अपना रोजगार भी करना होगा। पशुपालन, मुर्गी पालन, सिलाई आदि किया जा सकता है। महिला को हरी साग सब्जी खाना चाहिए और बिमारी से दूर रहना चाहिए।
बिहार राज्य के नालंदा ज़िला के चंडी प्रखंड के माधवपुर बाज़ार से रूपा की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से आशा जयसवाल से हुई। ये एक आशा कार्यकर्त्ता है और कहती है कि लड़की शिक्षित होगी तो ही गरीबी चक्र को तोड़ सकती है। महिला बाहर निकलेगी तब ही कुछ कर पाएगी।और महिला का अधिकार है कि उनके नाम से जमीन हो।
बिहार राज्य के जिला नालंदा के चंडी ब्लॉक से स्वीटी रानी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अनमिका कुमारी से हुईं। अनमिका कुमारी यह बताना चाहती है कि महिलाएं शिक्षित होकर ही गरीबी के चक्र को तोड़ सकती हैं। शिक्षित होकर ही वे अपना विकास कर सकती हैं। महिलाओं कई तरह के काम कर सकती है। महिलाओं को जीवन में गरीबी का निवारण बिमारी को कम करके किया जा सकता है। महिलाओं को पौष्टिक भोजन करना चाहिए। एक परिवार की नीव एक महिला को ही माना जाता है। एक महिला से समाज मजबूत होता है।
दोस्तों, क्या आपको भी लगता है कि महिलाओं को उनके अधिकार दिए जाने चाहिए, घर परिवार के आर्थिक मसलों पर उन्हें शामिल किया जाना चाहिए, जो पुरुष अपना तनख्वाह और खेती की कमाई अपनी पत्नियों को सौंप देते हैं और इसको सशक्तिकरण मानते हैं वह क्यों महिलाओं को संपत्ति का आधा हिस्सा उन्हें देकर कहें कि परिवार को चलाने बच्चों का पढ़ाने और आगे बढ़ने में मदद करने के लिए आवश्यक निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। *-----महिलाओं के गरीबी के चक्र को तोड़ने में आर्थिक अवसरों और सामाजिक सुरक्षा उपायों तक पहुंच कैसे बढ़ाई जा सकती है? *-----महिलाओं के लिए रोजगार के अवसरों को कैसे बढ़ाया जा सकता है? *-----महिलाओं के जीवन में गरीबी पर काबू पाया जा सके, इसमें सरकार, व्यवसाय और नागरिक समाज की क्या भूमिका है?
बिहार राज्य के नालंदा ज़िला के नगरनौसा प्रखंड से दीपा ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि लैंगिक हिंसा में लोगों के बीच भेदभाव किया जाता है । समाज में आज भी भेदभाव प्रबल है। गरीबों ,महिलाओं के साथ भेदभाव होते रहता है। आज भी समाज में सुधार लाने की ज़रुरत है। लोगों की सोच में बदलाव लाना ज़रूरी है