गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीब दास साहू धान की नर्सरी में दवा और खाद का प्रयोग कब और कैसे करना चाहिए इसके सम्बन्ध में जानकारी दे रहें हैं।

गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीब दास साहू उन्नत विधि से धान की खेती और बिचड़ा के हैंडलिंग की जानकारी दे रहें हैं।

गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू जानकारी दे रहें हैं धान के बिचड़ा को कैसे तैयार किया जाए। उन्होंने बताया कि सारा बिचड़ा एक ही दिन में तैयार नहीं करना चाहिए, बिचड़ा को तैयार करने के लिए क्रमबद्ध तरीक़ा के साथ साथ मौसम का भी ख़ास ध्यान रखना चाहिए .

गांव आजीविका और हम कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू जानकारी दे रहें हैं धान के बिचड़ा को कैसे तैयार किया जाए। उन्होंने बताया कि सारा बिचड़ा एक ही दिन में तैयार नहीं करना चाहिए, बिचड़ा को तैयार करने के लिए क्रमबद्ध तरीक़ा के साथ साथ मौसम का भी ख़ास ध्यान रखना चाहिए .

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ जीबदास साहू मानसून आने से पूर्व मिट्टी तैयार करने के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ जीवदास साहू जामुन के पेड़ में लगने वाले कीड़ों का नियंत्रण के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

Transcript Unavailable.

बिहार राज्य के जिला नालंदा से शीला कुमारी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह पूछना चाहती है कि मकई के पौधों में कीड़े लग गए हैं तो उसमे कौन सा खाद का इस्तेमाल करें ?

बिहार राज्य के नालंदा ज़िला के ग्राम पथरौरा से शीला कुमारी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से यह जानकारी चाहती है कि बैगन का पौधा में कीड़ा लगा हुआ है। इसकी जानकारी दिया जाए ताकि पौधा अच्छा हो जाए

बिहार राज्य के नालंदा ज़िला के ग्राम पथरौरा से शीला कुमारी ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि मोबाइल वाणी में कार्यक्रम गाँव आजीविका और हम सुने और जैसा कार्यक्रम में दवाई की जानकारी मिली उस अनुसार इन्होने अपनी कद्दू की फसल में दवाई डाली।अब इनका कद्दू का फसल अच्छा हो गया है। पहले कद्दू का फसल में कीड़ा लगा हुआ था। कार्यक्रम में बताए अनुसार अब खाद का प्रयोग कर कद्दू का रोग मुक्त हो गया है। इसके लिए शीला बहुत खुश है और मोबाइल वाणी की शुक्रगुज़ार है।