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बिहार राज्य के जिला नालंदा से दीपा कुमारी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि धान की खेती की जानकारी दे रही है। सबसे पहले हमें उस खेत को मैला करना होगा जिसमें पानी भरा हुआ है और उसमें धान के बीज डाल दिए जाते हैं। वे लगभग पंद्रह से बीस दिनों में तैयार हो जाते हैं।

बिहार राज्य के जिला नालंदा से दीपा कुमारी , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि हमने पशुपालन के बारे में कार्यक्रम सुना है जो वर्तमान में चल रहा है। मौसम गर्म है और तापमान बयालीस से पैंतालीस डिग्री है, जिससे लगातार बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। किसी को उल्टी नहीं हो रही है, किसी को कुछ हो रहा है, इसलिए ये ज्यादातर जानवरों में पाए जाते हैं। हाल ही में मेरी गाय भी गर्मी का शिकार हो गई जिससे उसकी मौत हो गई। मैं यही कहना चाहता हूं कि गर्मी के मौसम में अपने जानवरों पर विशेष ध्यान दें ताकि को कोई बीमारी न हो। हरे चारे को घास से भरें और अपने पशुओं को डॉक्टर को दवा दिखाकर अपनी गायों और भैंसों को भी यही दें। गर्मियों के मौसम में अपने जानवरों को पेड़ की जगह पर बांध दें

बिहार राज्य के नालंदा जिला से शम्भू प्रसाद ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि गाँव आजीविका और हम कार्यक्रम के माध्यम से कृषि वैज्ञानिक के द्वारा बहुत ही अच्छी जानकारी दी जा रही है

बिहार राज्य के नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखंड से रिंकू कुमारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि कृषि विशेषज्ञ के अनुसार अप्रैल के महीने में खेत को परती नहीं छोड़ना चाहिए ,बल्कि मुंग की खेती करनी चाहिए। मुंग की खेती बहुत फायदेमंद होता है।

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