बिहार राज्य के नालंदा जिला से निर्मला ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि सरकार द्वारा बुनियादी सुविधाएँ दी जाती है, मगर जनता को उनका लाभ सही तरीके से नहीं मिल पाता है। सरकारी स्कूलों में विभिन्न विषयों के टीचर क्लास नही लेते हैं या टीचर गायब रहते हैं। इस कारण बच्चों को सरकारी स्कूलों में शिक्षा नही मिल पाती है। शिक्षकों पर पढ़ाने का किसी प्रकार का कोई दबाव नहीं होता है। इसके विपरीत प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा पर ध्यान दिया जाता है और टीचर पर अच्छे से पढ़ाने का दबाव रहता है।बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए माता-पिता अपने घर से पैसा लगा कर बच्चों को प्राइवेट स्कूल भेजने के लिए मजबूर हैं। अगर सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं के साथ शिक्षा की स्थिति में सुधार होगा तो निःसंदेह ज्यादा बच्चे प्राइवेट स्कूल से ज्यादा सरकारी स्कूलों में पढ़ेंगे। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।