बिहार राज्य के नालंदा ज़िला से शम्भू प्रसाद ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि चुनावी चंदा को सार्वजनिक किया जाए लेकिन क्या राजनीतिक पार्टियाँ ऐसा कर पाएगी ,क्या वो जनता को चंदा का ब्यौरा दे पाएंगी । जो चंदा अधिक देती है ,उन्ही का देश में बोलबाला होता है। अगर चुनावी चंदा पारदर्शी हो जाए तो चुनाव की जरूरत ही नहीं होगी। जनता जान जाएगी की सरकार जो चुनी जाएगी वो जनता के लिए काम करेंगी