बिहार राज्य के नालंदा जिला से मोबाइल वाणी संवाददाता निर्मला कुमारी ने एक दीदी जुली से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि बच्चियों की अधूरी शिक्षा के लिए अभिभावक ही जिम्मेदार होते हैं। क्योंकि वो शिक्षा के महत्व को नहीं समझ पाते हैं। कई बार अभिभावक बच्चियों को इसलिए नहीं पढ़ाते हैं की अगर लड़की अधिक पढ़ लेगी, तो इसके विवाह के लिए लड़का खोजने में परेशानी होगी। तीसरा कारण यह है कि उनके घर में बहुत काम है जैसे खेती का मौसम आता है या अगर वे दिन में कहीं बाहर जाते हैं । इसलिए वे अपने बच्चों को खाना पकाने के लिए अपने घर में रखते हैं। अगर अभिभावक शिक्षित होंगे तो ही वो अपने बच्चे को जरूर पढ़ाते। हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और हमारा देश समय के मामले में बहुत अनपढ़ है । अगर हम अपने बच्चों को शिक्षित करना चाहते हैं , तो हमें उन्हें हर दिन स्कूल भेजना चाहिए । सरकार सब कुछ दे रही है , आपको अलग से कुछ नहीं देना है , आपको बस अपने बच्चों को समय पर स्कूल भेजना है