बिहार राज्य के नालंदा जिला के चंडी गांव से गुड़िया कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से स्वीटी रानी से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया बच्चों को डांटने ,पढ़ाने खाना खिलाने से अपना अपना बचपन याद आता है। साथ ही बच्चों के साथ हम अपना बचपन जीते हैं। स्वीटी रानी का कहना है कुछ बच्चों को छोटे में ही काम करने के लिए भेजा जाता है जिससे उनका बचपन बर्बाद हो जाता है इसलिए बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए