बिहार राज्य के नालंदा जिला के चंडी प्रखंड से गुड़िआ कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से हुनरबाज कार्यक्रम के तहत जुली कुमारी से साक्षात्कार लिया है। जिसमें उन्होंने बताया कि वे अपनी पढ़ाई करने के साथ साथ छोटे छोटे बच्चों को पढ़ाती हैं और सिलाई भी करती हैं। इसके साथ ही साथ उन्होंने बताया कि घर में जो फटे पुराने कपड़े होते है तो उस से पायदान भी बना लेती हैं जो बाजार से खरीदने में 100 या 200 लग जाते है जिसके पैसे बच जाते है