बिहार राज्य के नालंदा जिला के चंडी प्रखंड से नीलम देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि जो बच्चे प्राथमिक विद्यालय जाते है उन बच्चों को विद्यालय में मध्याह्न भोजन दिया जाता है। विद्यालय में बच्चें को बदल बदल कर मध्याह्न भोजन दिया जाता है। मध्याह्न भोजन मिलने से गरीब के बच्चे भी स्कूल जाते है उन्हें पढ़ाई के साथ साथ खाने को मिलता है। इस योजना के तहत बच्चों की हाजरी 75 प्रतिशत होनी चाहिए साथ में स्कूल के बच्चों को छात्रवृत्ति भी मिलती है। मेरी आवाज मेरी पहचान कार्यक्रम को सुनकर माता पिता अपने बच्चों को स्कूल भेज रहे है। मध्याह्न भोजन अंतर्गत बच्चों को शुक्रवार को फल बुधवार को अंडा मिलता है और खिचड़ी मिलती है