बिहार राज्य के नालंदा जिला से प्रियंका कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि वो एक युवा पीढ़ी की हैं और उन्होंने हुनरबाज कार्यक्रम को सुना है और जाना की हमारे दैनिक जीवन एवं वातावरण में कुछ ऐसी चीज़ें होती है जो काम की होती है या फिर हमारे काम की नहीं होती है। हुनरबाज कार्यक्रम के द्वारा ही जाना की व्यर्थ पदार्थों से बहुत सारी काम की चीजें बनायीं जा सकता है और उसका इस्तेमाल हमारे दैनिक जीवन में किया जा सकता है अपने जीवन को सुविधामय बनाया जा सकता है। हुनरबाज कार्यक्रम सुनकर युवाओं को रोजगार करने के लिए जानकारी मिलती है और बेरोजगारों को आर्थिक लाभ की प्राप्ति करने जानकारी मिलती है। हुनरबाज कार्यक्रम हमारे समाज के युवाओं को विकास प्रदान करता है