नालंदा की सरिता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से बच्चों को कोचिंग के साथ खुद भी पढ़ाई करने की बात कहती हैं. सरिता देवी बताती हैं कि बच्चों को केवल कोचिंग पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए. कोचिंग के साथ ही उन्हें खुद भी सवालों के जवाब निकालने की कोशिश करनी चाहिए.