बिहार राज्य के नालंदा जिला से संतोष कुमार मंडल मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं। बहनों लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं की मदद ‘डरो ना सखी’ कर रही है।हा जी महिला विकास निगम की ओर से चलाए जा रहे महिला हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर महिलाएं अपनी पीड़ा को बता रही हैं। दोनों पक्षों की तत्काल सुनवाई की जा रही है। उनकी काउंसलिंग वीडियो कॉल व फोन कर की जा रही है। गंभीर मामलों में कार्रवाई भी हो रही है।लॉकडाउन में घरेलू हिंसा से बचाने के लिए पुराने फरियादियों की भी खोज-खबर लेकर उनका फीडबैक नोट किया जा रहा है। महिला हेल्पलाइन की परियोजना प्रबंधक ज्योति कुमारी बता रही थी, कि लॉकडाउन के दौरान अबतक आठ नए मामले सामने आए हैं, जिनमें सात घरेलू हिंसा से संबंधित हैं। इसमें पांच मामले सकरा, मोतीपुर, कुढ़नी व मुशहरी के हैं।इसके साथ 35 पुराने मामलों की भी सुनवाई चल रही है। साल 2019 से अबतक 230 मामले में 168 मामले सुलझा लिए गए हैं। महिला विकास निगम के नोडल अधिकारी मो. गौस अली हैदर खां ने बताया कि महिला हेल्पलाइन नंबर 9771468021 और पटना मुख्यालय के टॉल फ्री नंबर 181 पर कॉल कर पीड़ित महिलाएं शिकायत कर रही हैं। उन्हें जागरूकता मैसेज ‘लॉकडाउन में डरो ना , सखी से कहो ना’ भेजे जा रहे हैं। सभी मामलों की सुनवाई की जा रही है। 1. कुढ़नी प्रखंड की एक महिला का पति लॉकडाउन में दूसरे राज्य में फंस गया। ससुराल वाले महिला को तरह-तरह से प्रताड़ित कर रहे थे। मारपीट भी करने लगे थे और घर से निकाल भी रहे थे। इसके बाद पीड़िता ने महिला हेल्पलाइन पर जानकारी दी। वहां से कॉल कर पति व सास-ससुर की काउंसलिंग की गई। मामले का लगातार फॉलोअप किया जा रहा है।2.लॉकडाउन में सभी लोग घर पर ही रह रहे हैं। सकरा प्रखंड में एक महिला का पति दिनभर घर पर बैठा ताने कसता और शाम को शराब पीकर उसके साथ मारपीट करता था। कोई उसके पति को रोकने को आगे नहीं आता। हारकर वह किसी तरह मायके चली गई और वहां से हेल्पलाइन से मदद मांगी। इसके बाद दोनो पक्षो की काउंसलिंग की गई।