संतोष कुमार मंडल (नालंदा हरणौत):-इस साल जनवरी फरवरी व मार्च माह में लगातार मौसम में बदलाव देखने के मिला। मौसम में बदलाव के साथ आसमान में बदली व बारिश से किसानों की चिंता बढ़ गई है। बारिश से दलहनी-तिलहनी फसलों को नुकसान है वहीं सब्जियों में कीट प्रकोप का खतरा है। किसानों के द्वारा खेतों में चना, गेहूं, सरसों की फसल की बुआई की गई है। बेमौसम बारिश के चलते फसल चौपट हो रही है। मौसम में आए बदलाव सें ठंड बढऩे के साथ-साथ किसानों की धड़कने बढऩे लगी है। अचानक बारिश होने के कारण किसानों को चिंता सताने लगी हैं। क्षेत्र में अधिक बारिश होने से चना, गेहूं, सरसो की फसल को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। पकने के कगार पर खड़ी गेहूं, चना व सस्सों की फसलों में नुकसान की आशंका से किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें खींच गई ह मौसम को बदलते मिजाज से किसान मुश्किल में,