बिहार राज्य के नालंदा जिला कोलवां गाँव हरनौत प्रखंड से खुश्बू कुमारी मेरी आवाज मेरी पहचान के माध्यम से कहती हैं कि जब वे मायका गई तो उनकी बहन चांदनी को उनके पिता के द्वारा पढ़ाई करने के लिए सहयोग नहीं किया जा रहा था। उनके पिता का यह सोच था कि बेटी पढ़ के क्या करेगी।लेकिन जब उन्होंने मेरी आवाज मेरी पहचान को सुनाया तो उनके पिता के सोच में बदलाव आया और पढ़ाई को जारी रखने के लिए उनके पिता ने अपनी बेटी चांदनी को साईकल और कोचिंग संस्थान में नामकं करवाया। चांदनी अब रोज पढ़ाई करने जाती है। इस जागरूकता के लिए खुश्बू कुमारी ने मेरी आवाज मेरी पहचान को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया।