बारिश के न होने से मौसम की मार ने धान की फसलों को सूखने की कगार पर ला दिया है एक तरफ बिजली के आने व जाने का क्रम लगातार जारी है वहीं दूसरी तरफ प्रकृति ने भी लोगों को बारिश ना होने से फसलों को सूखने की कगार पर ला दिया है खून और पसीने से कमाई गई एक एक कौड़ी जोड़कर किसान भाइयों ने अपने खेतों में धान की फसल तो लगा दी परंतु मौसम और बिजली की मार ने किसानों को भूखे पेट सोने के लिए मजबूर कर दिया है।