डीजे बजाने पर लगे प्रतिबंध से एक ओर जहां युवा वर्ग मायूस नजर आ रहा है वहीं दूसरी तरफ बुजुर्गों में अपार खुशी है श्रोताओं शादी विवाह और अनेकों समारोह कि शान बढ़ाने वाला तथा दूसरी तरफ हृदय रोगियों के दिल की धड़कन बढ़ा देने वाला डीजे अब नहीं बजेगा क्योंकि हाईकोर्ट प्रयागराज का निर्णय है कि अब किसी भी कीमत पर ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा देने वाला डीजे किसी भी कीमत पर न बजने दिया जाए और यदि डीजे बजते पाया गया तो संबंधित मालिक को एक लाख जुर्माना के साथ 5 साल की सजा का भी प्रावधान है