भीमलपुर जंगल को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की योजना पर वन विभाग ने कार्य शुरू कर दिया है। इसके तहत मेहसी प्रखंड के भीमलपुर जंगन की घेराबंदी होगी। पहले चरण में पिलरिंग की जाएगी। जंगल के चारों तरफ 100 सीमेंटेड पिलर लगाने की स्वीकृति मिली है। पिलरिंग के लिए एस्टीमेट तैयार किया गया है। इसपर 6.33 लाख रुपये खर्च की योजना है। सीमांकन कर लगाए जाएंगे पिलर भीमलपुर जंगल का सीमांकन होगा। यह जंगल 211 एकड़ 52 डिसमिल में फैला है। इसके सीमांकन के लिए छह अमीन की आवश्यकता है। वन विभाग के यहां मात्र एक अमीन पदस्थापित हैं। लेकिन जंगली के सीमांकन के लिए और पांच अमीन की जरूरत है। पांच अमीन की प्रतिनियुक्ति के लिए डीएफओ के द्वारा डीएम को पत्र दिया गया था। इस परिपेक्ष्य में डीएम के द्वारा चकिया अनुमंडल पदाधिकारी को अमीन की प्रतिनियुक्ति के लिए निर्देश दिया गया है। अमीन की प्रतिनियुक्ति होते ही भीमलपुर जंगल का सीमांकन कार्य शुरू कर दिया जाएगा। सीमांकन के बाद ही पिलरिंग का कार्य शुरू किया जाएगा।