सूबे में राजस्व मामले में पूर्वी चम्पारण जिला दिसम्बर माह में दूसरे पायदान पर आया है। दाखिल खारिज, सर्किल ऑफिस का निरीक्षण, लगान वसूली, परिमार्जन,सीडब्ल्यूजेसी के शपथ,भूमि सेटलमेंट,सरजमीनी लोकभूमि का पर्यवेक्षण,जल निकाय से हटाए गये अतिक्रमण व अतिक्रमण वाद के निष्पादन मामले में राज्य स्तर पर राजस्व शाखा पूर्वी चम्पारण 84.12 अंक हासिल कर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। प्रथम स्थान पर बांका,तीसरे स्थान पर पूर्णिया,चौथे स्थान पर मधेपुरा व पांचवें स्थान पर सारण जिला आया है। दाखिल खारिज में 80.26 केस का निष्पादन कर विभाग ने 28.09 अंक प्राप्त किया है। सर्किल ऑफिस के निरीक्षण में 5 अंक प्राप्त हुआ है। लगान वसूली व जमाबंदी अपडेशन का निष्पादन 79.36 प्रतिशत कर 15.87 अंक हासिल किया है। परिमार्जन के पर्यवेक्षण में 92.91 प्रतिशत मामले का निष्पादन किया गया है। जिससे 4.65 अंक प्राप्त किया है। सीडब्ल्यूजेसी केस के तहत 90.81 प्रतिशत शपथ पत्र दायर कर 13.62 प्रतिशत अंक प्राप्त किया है। भूमि बंदोबस्त कर 83.49 प्रतिशत ऑनलाइन रिपोर्टिंग में 8.35 अंक प्राप्त किया है। सरजमीनी भूमि व जलनिकाय से अतिक्रमण पर्यवेक्षण में 4.47 अंक हासिल किया है।अतिक्रमण वाद के निष्पादन में राजस्व शाखा ने 4.07 प्रतिशत अंक प्राप्त किया है। दाखिल खारिज में 4,84,618 केस का डिस्पोजल जिले में दाखिल खारिज के लिए 5 लाख 15 हजार 705 आवेदन ऑनलाइन मिले थे। इसमें कुल 4 लाख 84 हजार 618 केस का निष्पादन किया गया है। 1 लाख 97 हजार 84 केस रिेजेक्ट कर दिया गया है। 21 दिन से अधिक समय से 21 हजार 983 केस पेंडिंग है। दाखिल खारिज के निष्पादन का केस 93.97 प्रतिशत पर पहुंच गया है। कहते हैं अधिकारी पर समाहर्त्ता पवन कुमार सिन्हा ने बताया कि दाखिल खारिज के निष्पादन,लगान वसूली आदि मामले में बेहतर प्रदर्शन कर पूर्वी चम्पारण जिला राज्य स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया है।