जमुई जिले से दिलीप पांडेय जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि जब नरेन्द्र मोदी की सरकार ने डिजीटलाइजेशन पर जोर दिया तो जमाना इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। जमुई में मामला बिल्कुल उलट है। यहां वर्षों पूर्व गाडि़यों में लगाया जाने वाला डिजीटल नंबर प्लेट और स्मार्ट कार्ड वाला ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन रहा है। करीब एक-डेढ़ साल पहले सभी गाड़ियों में सुरक्षा कारणों से डिजीटल नंबर प्लेट लगाने की कवायद शुरू हुई। एजेंसी को काम दिया गया और वाहनों में धड़ाधड़ ऐसे नम्बर प्लेट लगने लगे जिस पर लगे वार कोड से गाड़ी की सारी जानकारी आसानी से प्राप्त हो जाती थी। पूर्व डीटीओ के पूरे कार्यकाल में यह काम लगभग बंद पड़ा रहा और तो और ड्राइविंग लाइसेंस में कागज वाले कार्ड की जगह स्मार्ट कार्ड देने का काम भी धीरे-धीरे बंद हो गया। इस बाबत पूछने पर नए डीटीओ रवि कुमार ने बताया कि उन्होंने कार्यभार संभालते ही इस बारे में जानकारी मांगी। डिजीटल नम्बर प्लेट लगाने वाले एजेंसी से पटना में संपर्क साधा साथ ही विभाग से भी जानकारी ली और एजेंसी को एक सप्ताह के अंदर जमुई में अपना आफिस खोलकर नम्बर प्लेट लगाने के लिए कहा है। उन्होंने पूछने पर बताया कि वे प्रयास कर एक सप्ताह के भीतर डिजीटल नम्बर प्लेट और स्मार्ट कार्ड वाले ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का काम प्रारंभ करवा देंगे।