दिल्ली राज्य के मानेसर से रवि ने मोबाइल वाणी के माध्यम मजदूरी के विषय पर नेहा सिंह से बातचीत की। नेहा सिंह ने बताया वह काफी समय से लेबर चौक पर काम के लिए जाती है तो कभी काम मिलता है कभी काम नहीं मिलता है और घर जाना पड़ता है। कंपनी में तो दिहाड़ी अच्छी मिल जाती है किन्तु फैक्ट्री में आठ घंटे के काम के ढ़ाई सौ से तीन सौ रूपये तक ही मिलते है। और काम भी बहुत कम लोगों को ही मिलता है। ठेकेदार अपने ही मजदूरों को काम पर लगाता है