दिल्ली के श्री राम नगर कॉलोनी से हस्मत अली ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से दिल्ली के श्री राम कॉलोनी खजुरी खास के निवासी मज़हर अली से उनके कोर्ट में चल रहे केस के मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। जहाँ उन्होंने बताया कि कोर्ट में वकील व जज एक पक्ष को ही ज्यादा अहमियत देते हैं।और पूरी तरह से वकील पर निर्भर हो जाते हैं। यदि लोगों के पास पैसे है तो वे जज के पास तक अपनी पहुंच बना कर अपना काम आसानी से करवा सकते हैं। साथ जब मज़हर अली और उनके पुरे परिवार जेल में बंद थे तो अकेले वकील पुरे मामले को समझ कर जज के पास पेश किये और साडी बातो को समझा कर मज़हर अली को जीत दिलाई। इस पुरे केस में वकील ने दो लाख रूपए लिए थे।यदि कोर्ट की प्रक्रिया को ऑनलाईन कर दिया जाये तो इससे सभी का समय बचेगा।साथ ही घर बैठे अदालत की सारी कार्यवाई को फोन पर ही सुनने को मिल जाएगा तो बहुत अच्छा होगा। लोगों का पैसा बच जाएगा, समय बच जाएगा। क्योंकि सुनवाई की तारीख छूट ना जाये इसलिए लोग अपना काम -काज छोड़ कर कोर्ट जाते हैं। जिसके कारण इसका बुरा प्रभाव उनके काम पर भी पड़ता है। वहीँ दूसरी ओर जब दो पक्षों के बीच कोई मतभेद हो जाता है तो लोग सबसे पहले पुलिस,मुखिया या सरपंच के पास ना जा कर गाँव के दबंग व्यक्ति के पास जाना बेहतर समझते हैं। अगर आईवीआर द्वारा अदालती कार्यवाही को सुनने का विकल्प मिले तो इसे भी सुनना पसंद करेंगे। अगर अदालत द्वारा ऐसी सुविधा उपलब्ध हो जिसमे केस दाख़िल करने से जुड़े सारे खर्च और केस जीतने के अनुमान बता दें तो इससे श्रमिकों को बहुत फ़ायदा है वो अपने परिवार का सारा ख़र्च व्यवस्थित कर पाएँगे।