दिल्ली के बहादुरगढ़ हरियाणा से मनोहर लाल कश्यप ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से दिल्ली निवासी दिनेश कुमार से उनके कोर्ट में चल रहे केस के मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। जहाँ उन्होंने बताया कि उन्होंने दिसम्बर 2015 में रोहणी में एक केस दर्ज किया था बटवारे का और उसकी पहली तारीख 2016 में पड़ी थी। जहाँ केवल बहस हुआ करता था जब वकील से पूछा जाता तो वे कहते की केस हमारे फेवर में है जित आपकी ही होगी। पर आज जित तो नहीं मिली लेकिन नौकरी जरूर चली गई क्योंकि की जब भी तारीख आती तो कम्पनी से छुट्टी मिलती नहीं थी और हमेशा लिव ले कर जाना पड़ता था जिस कारण कम्पनी वाले ने काम से ही निकाल दिया। उसके बाद आज साढ़े पांच साल बीत जाने के बाद यह जानकारी नहीं मिली की इस केस का क्या हुआ है।आज हर सुविधा ऑनलाइन कर दिया गया है जिससे और भी कुछ समझ नहीं अत की केस का क्या हुआ। पहले कोर्ट में जा कर जज और वकील की बात सुनते थे जहां कोई समस्या होती तो वकील से भी बात करके समझ लिया करते थे पर ऑनलाइन से यह बिलकुल भी संतुष्ट नहीं है। साथ ही सभी श्रोता को यह सन्देश देते हैं कि वे लोग की केस दर्ज करे जिसकी जान-पहचान जज के साथ अच्छे से हो। साथ ही जो भी बात जज और वकील के बीच होती है उसकी प्रतिलिपि अवश्य मिलनी चाहिए