दिल्ली के मानेसर से शंकर पाल ने साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि लॉक डाउन से पहले कम्पनियों में काम तेज़ी से हो रही थी लेकिन वर्तमान में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है।