साझा मंच पर चल रहे मेरा मुखिया कैसा हो अभियान में आप सभी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। आप सभी यह भी जानते है कि गांव में ग्राम पंचायत की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है। साथियों गांव की सरकार चुनने के लिए हम प्रवासी मजदूर कंपनी से छुट्टी लेकर और अपना वेतन कटवा कर गांव इसलिए जाते हैं, ताकि हमारा गांव का विकास हो। हमें अपने पंचायत प्रतिनिधि से बहुत सारी उम्मीदें है,जैसे ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार का अवसर बढ़े और सभी को सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से मिले, ताकि गांव के लोग शहर ना जाकर, गांव में ही कोई काम कर सकें। तो चलिए जानते हैं कि आखिर हमारे श्रमिक साथी अपने लिए किस तरह का मुखिया चुनना चाहते हैं! जहाँ एक तरफ कम्पनी में काम ना मिलने से श्रमिक गांव जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ गांवों में पंचायत चुनाव का बिगुल बज चूका है। तो आप इस बार अपने मुखिया से क्या चाहते हैं?अभी आप हुऐंन बताएं कि आप साल में कितनी बार अपना गांव जाते हैं?और इस बीच आपके गाँव में क्या कोई बदलाव हुए हैं ? अगर हाँ, तो इन बदलावों में ग्राम पंचायत की क्या भूमिका है? लॉकडाउन के दौरान आपके पंचायत प्रतिनिधि ने किस तरह आपका साथ दिया है?अपनी बात हमसे जरूर साझा करें अपने फ़ोन में नंबर तीन दबाकर।