दिल्ली के नंद नगरी से निर्मला मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती हैं कि महिलाओं को जमीन में अधिकार मिलना चाहिए ।महिला को अधिकार मिलने से उनको समानता का अधिकार मिलेगा ।कई महिलाएं चाहती हैं कि उनको ससुराल और मायके दोनो तरफ से अधिकार मिले ।
दिल्ली के नंद नगरी से श्रृष्टि मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती हैं कि महिलाओं को भी प्रॉपर्टी में हिस्सा मिलना चाहिए ।प्रॉपर्टी में अधिकार मिलना समानता का अधिकार को दर्शाता है ।
उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से वीर बहादुर यादव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से 30 वर्षीय राजेश मौर्या से हुई। राजेश कहते है कि महिलाओं को जमीन में अधिकार मिलना चाहिए। अगर उनके बच्चे उन्हें पूछे नहीं तो वो अपने से जीवन यापन कर सकती है
उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से वीर बहादुर यादव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से 35 वर्षीय मोहम्मद सलीम से हुई। मोहम्मद सलीम कहते है कि महिलाओं को जमीन में अधिकार मिलना चाहिए। अगर पति का देहांत हो जाए और परिवार के लोग उनका देखभाल नहीं करेंगे तो उनका खर्चा कैसे चलेगा। इसलिए महिलाओं का भी अधिकार होना चाहिए
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के.सी.चौधरी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिला सम्पत्ति अधिकार के बारे में विभिन्न लोगों की सोच भिन्न - भिन्न प्रकार की है। कुछ लोगों का कहना है की समाज में महिलाओं का भागीदारी सामान्य होना चाहिए।लेकिन कुछ लोगों का कहना है की महिलाओं को सामान अधिकार नही दिया जाए।महिलाओं को समपत्ति का अधिकार देने के लिए सरकार को प्रोत्साहन या जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। ताकि महिलाएं भी पुरुषों के समान संपत्ति के अधिकार में भागीदार हो सकें
उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से सत्यम कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि लड़कियों के शादी से पहले मायके में अधिकार होता है। शादी के बाद उनका अधिकार ससुराल में होता है। जिन लड़कियों के भाई नही होते हैं तो वो अपने माता - पिता की सेवा कर के सम्पत्ति में हिस्सा ले सकती हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य के उन्नाव से राम करण ने श्रमिक वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को प्रॉपर्टी में अधिकार देना चाहिए।लड़कियां अपने परिवार की सेवा करती हैं और घर को साफ़ - सुथरा रखती हैं।फिर भी लड़कियां अधिकार से वंचित रह जाती हैं।प्रॉपर्टी का अधिकार लड़कियों को भी मिलना चाहिए।जीवन के बुरे समय में अपने प्रॉपर्टी के सहारे वो अपना और परिवार का भरण-पोषण कर पाएंगी।
उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला के हरैया सतगढ़वा से सिमरन मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि माना की सौतेली माँ के धन संपत्ति भले ही रहे लेकिन इसमें सौतेले पुत्र का हक़ नहीं है ,.कानूनी रूप से सौतेला पुत्र बेटा नहीं माना जाता है। अगर सौतेली माँ अपने सौतेले बेटे को वसीहत हिस्सा दें अपने मन से तब ही उसका अधिकार बन सकता है।
दिल्ली के सुंदरनगरी से सुनीता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि महिलाओं को भी प्रॉपर्टी में हिस्सा मिलना चाहिए।
दिल्ली के सुंदरनगरी से 38 वर्षीय रीता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि महिलाओं को प्रॉपर्टी में हिस्सा मिलना चाहिए
